चैत्र नवरात्रि 2023 की तारीख व घट स्थापना शुभ मुहूर्त (Chaitra navratri 2023 kab hai/ ghat sthapana shubh muhurat )

Chaitra navratri kab se, चैत्र नवरात्रि 2023 की तारीख व घट स्थापना शुभ मुहूर्त, चैत्र नवरात्रि पर्व की शुभ तिथियां 2023, नवरात्रि कब है 2023.

Posted on 17-March-2023

Advertisements

चैत्र नवरात्रि 2023 की तारीख व घट स्थापना शुभ मुहूर्त

वर्ष 2023 में चैत्र नवरात्रि  22 मार्च(March) 2023 से 30 मार्च (March) 2023 तक है |

चैत्र नवरात्रि घट स्थापना शुभ मुहूर्त (Chaitra navratri ghat sthapna shubh muhurat) :   घट स्थापना के लिए सबसे शुभ मुहूर्त प्रात:काल को माना गया  सुबह 6:23 से लेकर 7:32 तक बहुत ही शुभ मुहूर्त, इस समय में कलश/घट की स्थापना कर सकते है | 

नवरात्रि सम्पूर्ण जानकारी:-  हिन्दु धर्म में एक वर्ष में चार बार नवरात्रि का पर्व मनाया जाता है | इन में से दो नवरात्रि चैत्र और शारदीय नवरात्रि  को ज्यादा मान्यता दी जाती है | इस के अलावा दो नवरात्रि गुप्त नवरात्रि होते है | वर्ष 2023 में चैत्र नवरात्रि 22 मार्च (March) 2023 से 30 मार्च (March) 2023 तक मनाये जायेगे | हिन्दु पंचांग के अनुसार, चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि से चैत्र नवरात्रि आरंभ हो कर नवमी तिथि तक मनाई जाती हैं। इन नौ दिन में देवी माता के नौ रूपों की पूजा की जाती है | नवरात्रि के नौ दिनों में माता के नौ रूपों शैलपुत्री, ब्रह्मचारिणी, चंद्रघंटा, कूष्मांडा, स्कंदमाता, कात्यायनी, कालरात्रि, महागौरी और सिद्धिदात्री देवी की पूजा की जाती है। 

जाने किस दिन किस देवी की पूजा होगी (Chaitra navratri date list): -

22 मार्च 2023 को माँ शैलपुत्री पूजा घटस्थापना

23 मार्च 2023 को माँ ब्रह्मचारिणी पूजा

24 मार्च 2023 को माँ चंद्रघंटा पूजा

25 मार्च 2023 को माँ कुष्मांडा पूजा

26 मार्च 2023 को माँ स्कंदमाता पूजा

27 मार्च 2023 को माँ कात्यायनी पूजा

28 मार्च 2023 को माँ कालरात्रि पूजा

29 मार्च 2023 को माँ महागौरी दुर्गा महा अष्टमी पूजा

30 मार्च 2023 को माँ सिद्धिदात्री दुर्गा महा नवमी पूजा

31 मार्च 2023 को नवरात्रि दुर्गा विसर्जन

 

कलश/घट कि स्थापना कैसे करे : नवरात्रि के पहले दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान करके साफ सुथरे वस्त्र पहन कर मंदिर की साफ-सफाई करके गंगाजल छिड़कें। इसके बाद लाल कपड़ा बिछाकर उस पर थोड़े चावल रखें। मिट्टी के एक पात्र में जौ बो दें। साथ ही इस पात्र पर जल से भरा हुआ कलश स्थापित करें। कलश में चारों ओर अशोक या आम के पत्ते लगाएं और स्वास्तिक बनाएं। फिर इसमें साबुत सुपारी, सिक्का और अक्षत डालें। फिर एक नारियल पर चुनरी लपेटकर कलावा से बांधें और इस नारियल को कलश के ऊपर पर रखते हुए मां जगदंबे का आहवाहन करें। फिर दीप जलाकर कलश की पूजा करें। 

अपना राशि चिन्ह जानें (Check your Rashi Sign)

अगर आप रोज का राशिफल देखना चाहते है तो खुशजीवन राशिफल ऐप डाउनलोड करे निचे दिये गये लिंक से  

download app

#navratri2023, #Chaitranavratri2023, #चैत्रनवरात्रि2023घटस्थापनाशुभमुहूर्त

 #ghatsthapnashubhmuhurat2023